29 December 2015

मेरी कत्ल करने से पहले मुझे छलाये रखना ,मुकुल दवे "चातक"


मेरी    कत्ल    करने    से    पहले    मुझे   छलाये   रखना ,
इश्क  ने   बेजबान  बनाया  है   तुम   इसे  बनाये   रखना ,

दिखाती  हो  अदा  कातिल  हमें , तीरे -नजर  चलने  देना,
जब तक तक तलवार म्यान में है मोती को  पिरोये रखना,

मेरी  राह  को  दीवार  बनाने उठाके  पथ्थर  वो  ले    गया ,
आईना   बनाया   वो   पथ्थर   को   चहेरा  सजाये  रखना,

कुछ   न   कुछ   मेरे  दरमियाँ  बाकी   तो  रह  गया  होगा ,
मेरे   साथ   बंधे    एक   धागे  को बदन  पे  लगाये  रखना,

आँख  से   गिरा  आँसू   तू   ने  अपनी  आँख  पे  ले   लिया ,
आँसूओ से धुली ख़ुशी की तरह रिश्ते को गुनगुनाये रखना,

मुकुल दवे "चातक"

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